Part F Yadu vansh & Puru Vansh

ययाति की दो पत्नियां थी देवयानी और शर्मिष्ठा,देवयानी शुक्राचार्य की पुत्री थी उससे दो पुत्र हुए1- यदु 2-तुर्वस यदु से यादव वशं की उत्पत्ति हुई और तुर्वस से यवन की उत्पत्ति हुई, यायाति की दूसरी पत्नी शर्मिष्ठा जो देवयानी की दासी थी किन्तु राज पुत्री थी उससे तीन पुत्र हुए 1-द्रुह 2-अनु 3-पुरू।।द्रुह से भोज वशं और अनु से म्लेच्छ वंश और पुरू से पौरव वशं की उत्पत्ति हुई, पौरव वंश ही श्रेष्ठ वंश कहलाया क्योकि ययाति ने अपना राज्य पुरू को ही सौपा था आगे चलकर इसी वंश से अर्जुन भीम, अभिमन्यु राजा परीक्षित और जनमेजय का जन्म हुआ, अब आप राजा शान्तनु की कहानी सुनिए।
क्रमशः

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